ममता का सागर 
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माँ होती ...
ममता का सागर
अपनी कोमल लहरों के
ममत्व से ..
अपनी संतानों को
जीवन तूफानों से हर पल बचाती ,
उसकी शांत लहरे
और गरजते स्वर ,
में बच्चो की परवाह
 सागर की भाँती
कभी शांत और गंभीर ,
तो कभी ......
हैरत करती
आवेग का प्रचंड प्रवाह
मानो अपने सृजन
को नस्ट करने को आतुर ...
किन्तु
अपने भीतर .....
ज्वार भाटा समान
अनगिनत राज छिपाकर
जीवन के सुलभ मोती
ममतामयी छाया देती ,
सदियों से
माँ एक शाश्वत सत्य
समुद्र की समदर्शी
सुख दुःख की लहरों
में अमूल्य निधि !

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