जीवन उद्धार
दुखो से डर कर कभी, देखो तुम न मायूस होना ,
दूसरों की खुशनसीबी देख कभी आँखें नम न करना !
इस स्वार्थी जगत में , निंदा से कभी न विचलित होना ,
सत्य की डगर मुश्किल है , झूठ के आगे न कभी शीश नवाना ,
उच्च चिन्तन के बहाव में , समाज सुधार हेतु सदैव प्रेरित होना ,
जीवन की सुख दुःख धारा में , तुम ज्ञान की ज्योत जलाना !
दीन दुखियों की सेवा में , तुम कभी हतास मत होना ,
दूसरों के जीवन उद्धार में , कभी तुम अपना ईमान न डगमगाना !
खतरों से घबराकर ,कर्तव्य पथ से कभी विचलित न होना ,
स्वहित त्याग कर ही तुम भी सबके संग हरदम मुस्कुराना !