प्रेम

प्रेम तो  है जीवन श्रृंगार ,

लाती है खुशियों की बहार ,

अंतर्मन में बसती  सौंधी खुशबू सी ,

सुदृढ़ रिश्तों का उत्तम आधार !


सुंदर गीतों से झंकृत संसार , 

प्रेम के  बोल हैं जिसके श्रृंगार ,

जीवन में प्रेम है ब्रह्मानंद ,

खोलती सदा उन्नति के द्वार !


प्रेम भावनाओ का है संसार ,

सुंदर अहसासों का सुदृश्य द्वार ,

खिलता जिससे मन आँगन ,

दिलों  का होता जिससे सुंदर श्रृंगार !


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