जीवन

जीवन उथान  के मार्ग सदा होते  कंटक भरे ,
पल  पल  कशमकश  के  बादल सदा  रहते घेरे ,
सुनियोजित  दिशा  में  बढने से सदा  रोके ,
बाधाओं  को  पार  करने से कभी  भी न डरे !

 मंजिल गर हो पानी  , नकरात्मक  चिन्तन  न लाना  तुम !
जीवन गर  हो कठिन  , संघर्ष  से तनिक न घबराना  तुम !

मन व्यथित करने वालो से  दूर गर  हो जाओगे ,
विपदा और बढ़ेगी , त्रासदियों के भँवर में  उलझते जाओगे !

संसारी  रिश्तों  में होते छिपे  स्वार्थ  कोई   न कोई ,
पग  पग  भावनाओं  के खिलाडी  की पहचान न कोई ,
जीवन  संबल  बनाने  वाला  ढूँढो  चहू  दिशा ,
जीवन सुगम  बनाने वाला  परमात्मा  से दूजा न कोई !

त्रिश्नाओ  के  मायावी  जाल से सदा बचना ,
दूसरो  को  दुखी  देख  कभी न खुश होना !

जीवन है अनमोल  , कद्र इसकी करो ,
मानवता के हित में, जीवन समर्पित करो !
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