तेरी यादें 

बचपन के आंगन
   उपवन  में 
वो तेरा दौड़ना भगाना
  याद आता है मुझे हर पल ,
तेरा  चहकना,छिपना ,
 रूठना और  ......
फिर घंटों  की खामोशी 
 याद आता मुझे  हर पल  ,
किताबो  को
 बिस्तर पर  सजाना  
और उनकी तस्वीरें  को  ...
दीवारों पर उकेरना 
याद आता है हर पल ,
क्रिकेट  के मैदान  में 
चिलचिलाती  धूप  में  
तेरी पसीने में भीगी कमीज 
 याद आती हर पल ,
जीवन  के हर  सीढ़ी  पर 
तेरी  हौसलों की उड़ान  
व्  प्राप्त  कामयाबी  
याद आती हर पल ,
मायूसी  के  माहौल  में 
 अपनी  अदाकारी  से 
सबको  दिलशा देना 
याद आती हर पल ,
गरीबी  व् लाचारी में भी ...
भरे पेट होने का तेरा दिखावा
  करना याद  आता है हर पल ,
रिश्तेदारों के उल्हाने  में  
माँ बाबा की हमजोली बनना 
तेरा याद आता हर पल , 
छोटे -बड़े  सभी लोगों  के मुह पर
 तेरा ही नाम ,तेरा वह मृदु  स्वभाव
  याद आता हर पल ,
सुखना झील में 
डूबते लोगों  के जीवन रक्षक 
 तेरा हौसला याद आता हर पल ,
चुपके से  
प्रतियोगिताएं  में 
विजयश्री  के दमके 
 सजाने वाले  तेरे  हाथ
 याद आते हर पल ,
जीवन  आँधी  में 
तेरी सांसों का  
चढना ,  उतरना और थमना  
याद आता  हर पल ,
भरी भीड़ में ,,,
 तेरी  तलाश  में  ,,,
माँ  बाबा  की  पथरायी आँखे
  याद आते हर पल ,
सूनी  सड़कों , बीहड़  जगलों में
  तेरा साया ढूंढती  .....
मेरी  सांसे  हर पल ,
मोक्ष की राह में 
तू जो चला छोड़  पीछे  
दुखो का पहाड़ ,
तेरे  सीख  
याद रहते हर पल !!

दिवंगत भाई की तिथि * 8 /12/1992*  पर भावमयी श्रधांजलि 

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