तेरी यादें
बचपन के आंगन
उपवन में
वो तेरा दौड़ना भगाना
याद आता है मुझे हर पल ,
उपवन में
वो तेरा दौड़ना भगाना
याद आता है मुझे हर पल ,
तेरा चहकना,छिपना ,
रूठना और ......
फिर घंटों की खामोशी
याद आता मुझे हर पल ,
रूठना और ......
फिर घंटों की खामोशी
याद आता मुझे हर पल ,
किताबो को
बिस्तर पर सजाना
और उनकी तस्वीरें को ...
दीवारों पर उकेरना
याद आता है हर पल ,
बिस्तर पर सजाना
और उनकी तस्वीरें को ...
दीवारों पर उकेरना
याद आता है हर पल ,
क्रिकेट के मैदान में
चिलचिलाती धूप में
तेरी पसीने में भीगी कमीज
याद आती हर पल ,
चिलचिलाती धूप में
तेरी पसीने में भीगी कमीज
याद आती हर पल ,
जीवन के हर सीढ़ी पर
तेरी हौसलों की उड़ान
व् प्राप्त कामयाबी
याद आती हर पल ,
तेरी हौसलों की उड़ान
व् प्राप्त कामयाबी
याद आती हर पल ,
मायूसी के माहौल में
अपनी अदाकारी से
सबको दिलशा देना
याद आती हर पल ,
अपनी अदाकारी से
सबको दिलशा देना
याद आती हर पल ,
गरीबी व् लाचारी में भी ...
भरे पेट होने का तेरा दिखावा
करना याद आता है हर पल ,
भरे पेट होने का तेरा दिखावा
करना याद आता है हर पल ,
रिश्तेदारों के उल्हाने में
माँ बाबा की हमजोली बनना
तेरा याद आता हर पल ,
माँ बाबा की हमजोली बनना
तेरा याद आता हर पल ,
छोटे -बड़े सभी लोगों के मुह पर
तेरा ही नाम ,तेरा वह मृदु स्वभाव
याद आता हर पल ,
तेरा ही नाम ,तेरा वह मृदु स्वभाव
याद आता हर पल ,
सुखना झील में
डूबते लोगों के जीवन रक्षक
तेरा हौसला याद आता हर पल ,
डूबते लोगों के जीवन रक्षक
तेरा हौसला याद आता हर पल ,
चुपके से
प्रतियोगिताएं में
विजयश्री के दमके
सजाने वाले तेरे हाथ
याद आते हर पल ,
प्रतियोगिताएं में
विजयश्री के दमके
सजाने वाले तेरे हाथ
याद आते हर पल ,
जीवन आँधी में
तेरी सांसों का
चढना , उतरना और थमना
याद आता हर पल ,
तेरी सांसों का
चढना , उतरना और थमना
याद आता हर पल ,
भरी भीड़ में ,,,
तेरी तलाश में ,,,
माँ बाबा की पथरायी आँखे
याद आते हर पल ,
तेरी तलाश में ,,,
माँ बाबा की पथरायी आँखे
याद आते हर पल ,
सूनी सड़कों , बीहड़ जगलों में
तेरा साया ढूंढती .....
मेरी सांसे हर पल ,
तेरा साया ढूंढती .....
मेरी सांसे हर पल ,
मोक्ष की राह में
तू जो चला छोड़ पीछे
दुखो का पहाड़ ,
तेरे सीख
याद रहते हर पल !!
तू जो चला छोड़ पीछे
दुखो का पहाड़ ,
तेरे सीख
याद रहते हर पल !!
दिवंगत भाई की तिथि * 8 /12/1992* पर भावमयी श्रधांजलि