दिल से धड़कन जुदा हो तो कैसा हो ,
मन से उमंग जुदा हो तो कैसा हो ,
कलम में स्याही न हो तो कैसा हो ,
वक़्त पर क़दमों के निशा न हो तो कैसा हो !
8/11/2012
मन से उमंग जुदा हो तो कैसा हो ,
कलम में स्याही न हो तो कैसा हो ,
वक़्त पर क़दमों के निशा न हो तो कैसा हो !
8/11/2012