मेरी संगी सखी
मेरी खुशियों में मेरे आंसू है संगी ,
मेरी दीवानगी में मेरी गमहीनियाँ हैं संगी ,
मेरी पलकों के नजरों में तेरे नजराने हैं संगी ,
मेरी जिन्दगी में मेरी रुक्षत रूह हैं संगी ,
मेरे ख्यालातों में मेरे हमराज संगी ,
मेरी मुहब्बत में मेरे ख्वाब हैं संगी ,
मेरी दहशत में मेरी खुदखुसी है संगी ,
मेरी तम्मना में मेरी तन्हाईयाँ हैं संगी !