कहते हैं ..गुजरा जमाना सही था !

कहते हैं पुराना जीवन सही था ,
गरीब जून भर रोटी खाता था ,
कमरकस मेहनत पर मुस्कुराता था ,
पर अब महंगाई हँसती ,गरीबी रोती है !
कहते हैं गुजरा जमाना अच्छा था ,
पत्राचार दिलों में राज करती थी
अब इन्टरनेटई दुनिया मे सिमटे सभी ,
हर व्यक्ति इस भंवर में खो सा गया कहीं !
कहते पुराना जमाना सही था ,
तांगा ,बैलगाड़ी ,साईकिल इंधन रहित चलती थी ,
अब इंधनयुक्त वाहन बीमारी बन चली ,
हालातों के समंदर में कमरतोड़ महंगाई की आपाधापी !
कहते हैं पुराना वक़्त सही था ,
घर परिवेश में आदर ,प्यार ,मान बड़ाई आबाद थे ,
संस्कारों के दुर्लभ मोती जाने कब बिखर गए ,
शेष बची कशमकश भरी तनावग्रस्त जिन्दगी है !
कहते हैं पुराना समय ठीक था !

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